हादसों को कम करने पर फोकस, इसके लिए नशे में वाहन चलाने वाले सभी के लाइसेंस किए जाएंगे निलंबित

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हादसों को कम करने पर फोकस, इसके लिए नशे में वाहन चलाने वाले सभी के लाइसेंस किए जाएंगे निलंबित

छत्तीसगढ़ में पिछले 90 दिनों के भीतर करीब 2700 सड़क हादसे हुए, जिसमें 1300 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है, जबकि 2600 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हादसों की समीक्षा के दौरान पता चला कि ज्यादातर हादसे नशे में वाहन चलाने वाले ड्राइवरों की लापरवाही से हो रहे हैं।

नशे में तेज रफ्तार वाहनों से कंट्रोल खाेने के बाद वे छोटे वाहन चालकों को चपेट में ले रहे हैं। हादसों की प्रारंभिक समीक्षा के बाद पुलिस और परिवहन विभाग ने नशे में वाहन चलाने वालों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने की सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। 

इसलिए अब तक 207 नशेड़ी ड्राइवरों के लाइसेंस आनन-फानन में निलंबित भी कर दिए गए हैं। रायपुर में 660 ड्राइवरों के लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश की जा रही है। इसी माह उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा।

परिवहन विभाग ने ट्रैफिक पुलिस की सिफारिश के बाद जिन अब तक ड्राइवरों के लाइसेंस निरस्त किए हैं, उनमें 56 तो दूसरे राज्यों के हैं। हादसों के अलावा सिग्नल तोड़ने वालों पर भी सख्ती की जा रही है

सिग्नल तोड़ने से गंभीर हादसे का खतरा रहता है। ऐसे 71 लोगांे का लाइसेंस भी अब तक सस्पेंड किया जा चुका है। इसके अलावा 10-10 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया है। परिवहन विभाग के आकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा दुर्ग के 66 ड्राइवरों का लाइसेंस सस्पेंड किया गया है। दूसरे नंबर पर राजनांदगांव के 22 और तीसरे नंबर पर रायपुर है। यहां 20 लोगों का लाइसेंस सस्पेंड किया गया है।

एआईजी ट्रैफिक संजय शर्मा ने बताया कि ड्रंक एंड ड्राइव, हाई स्पीड, ओवर लोडिंग, रॉन्ग साइड, सिग्नल जंप, गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करना और लापरवाही से ड्राइविंग मामले में जुर्माना वसूलने के साथ ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड किया जाता है।

हमारा मकसद लोगों तक ये मैसेज पहुंचाना है कि शराब पीकर या किसी भी तरह से नियम तोड़कर वाहन चलाने से लाइसेंस ही सस्पेंड हो जाएगा। तीन से छह माह के लिए लाइसेंस निलंबित करने की कार्रवाई होगी। शराब पीकर वाहन चलाने वाले ड्राइवरों के अलावा ज्यादा सिग्नल तोड़ने वालों पर भी फोकस किया जा रहा है। -डी. रविशंकर, अतिरिक्त परिवहन आयुक्त

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