सुपेला अंडरब्रिज शुरू…अब लोगों को 4 किलोमीटर की दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी
सुपेला अंडरब्रिज शुरू…अब लोगों को 4 किलोमीटर की दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी

भिलाई गुरुवार की देर शाम सुपेला रेलवे अंडरब्रिज लोगों के आने जाने के लिए खोल दिया गया। इसके शुरू होने से टाउनशिप में सेक्टर-7, सेक्टर-6, सेक्टर-4, सेक्टर-5 और पटरीपार क्षेत्र में सुपेला, वैशाली नगर, स्मृति नगर, तीन दर्शन मंदिर, कैंप-1 में रहने वाले लाखों लोगों को फायदा होगा। टाउनशिप से आते समय प्रियदर्शिनी परिसर स्थित और चंद्रा-मौर्या या फिर पावर हाउस अंडरब्रिज तक नहीं घूमना पड़ेगा। इसके शुरू होने से उन्हें आकाशगंगा आने के लिए या फिर सुपेला बाजार जाने के लिए अतिरिक्त 4 किलोमीटर की दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। इससे उनके समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।
इससे पटरीपार और टाउनशिप के लोगों को आने जाने में जहां सुविधा होगी, वहीं यहां के व्यापारियों को भी लाभ होगा। सुपेला अंडरब्रिज के बनने से पटरीपार और टाउनशिप के बीच आने-जाने के लिए अब पांचवां विकल्प बन गया है। अभी तक नेहरू नगर, प्रियदर्शिनी परिसर, चंद्रा-मौर्या और पावर हाउस अंडरब्रिज से आना जाना होता था। इसके अलावा नेहरू नगर में एक फ्लाईओवर भी है। डीआरएम संजीव कुमार ने की जांच, डिवाइडर में गेप जाली कमजोर, दो स्थान पर पानी रिसता हुआ मिला अंडरब्रिज की शुरुआत करने के पहले डीआरएम संजीव कुमार, एडीआरएम आशीष मिश्रा, सीनियर डीसीएम अवधेश कुमार त्रिपाठी और उनकी टीम ने अंडरब्रिज का निरीक्षण किया। टीम के सदस्यों ने सेक्टर-2 वाले छोर से प्रवेश किया। सुपेला छोर में आने के बाद दूसरी दिशा में दुर्ग वाले छोर तक अंडर ब्रिज को देखा।
निरीक्षण के दौरान डीआरएम ने अंडरब्रिज में लगाई गई लोहे की जाली के कम्प्लाइंस के बारे में जानकारी ली। ब्रिज के ऊपर शेड और ट्रैक के बीच जाली लगाने को कहा। अंडर ब्रिज में लगी सफेद पट्टी की सीधी होने के स्थान पर फैले हुए लगाए जाने पर नाराजगी जताई। अंडर ब्रिज में दो स्थानों पर रिस रहे पानी को बंद करने को कहा। शिफ्टिंग करके फाटक के पास के 90 पेड़ों को बचाया अंडरब्रिज निर्माण के दौरान आसपास के सैकड़ों पेड़ इसके जद में आए। वन और पर्यावरण विभाग से अनुमति लेकर कुछ पेड़ काटे गए और कुछ की शिफ्टिंग की गई।
